सोमवार, जून 11, 2007

डायरिया ने चार वर्षीय बच्ची की जान ली

जलालाबाद (मुजफ्फरनगर)। क्षेत्र में डायरिया का प्रकोप जारी है। दो महिलाओं को लील लेने के बाद इस महामारी ने एक चार साल की बच्ची को अपना शिकार बनाया है। क्षेत्र में अभी भी सैकड़ों मरीज उल्टी-दस्त से पीड़ित हैं। कुछ लोग शामली के अलावा जिला मुख्यालय पर निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की एक टीम क्षेत्र में भेजी गई थी, लेकिन शनिवार को यहां कोई नहीं आया। जलालाबाद कस्बे में पांच दिन में डायरिया ने तीसरी जान ली है। पहले दो महिलाएं मौत का शिकार हो गई थीं तो अब एक चार साल की बच्ची मौत की भेंट चढ़ गई है। मोहल्ला अली हसन निवासी मोहर सिंह कश्यप की बेटी बिंदिया को दो दिनों से उल्टी-दस्त हो रहे थे। कस्बे के चिकित्सकों से उसका उपचार भी कराया, लेकिन उसे राहत नहीं मिल सकी और शनिवार को उसने दम तोड़ दिया। गौरतलब है कि कस्बे में एक सप्ताह से डायरिया धीरे-धीरे अपने पैर पसार रहा है। दो महिलाओं की मौत तो हो ही चुकी है साथ ही दर्जनों मरीज अभी भी इससे पीड़ित हैं। डायरिया का शिकार होने वालों में कस्बे के कई लोग भी शामिल हैं। कस्बे की सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां पर मौजूद जिला पंचायत का अस्पताल कर्मचारियों के अभाव में बंद पड़ा है। स्वास्थ्य विभाग का अस्पताल थानाभवन में हैं और यहां के मरीजों को वहीं पर जाना पड़ता है। इसका फायदा कस्बे के झोलाछाप चिकित्सक उठाते हैं। यहां पर शुक्रवार को थानाभवन के चिकित्साधीक्षक जरूर एक टीम लेकर आए थे, लेकिन शनिवार को कोई राहत कार्य नहीं चलाया गया। इसे लेकर कस्बा वासियों में रोष बना हुआ है।

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