सोमवार, जून 11, 2007

खालापार में मारपीट, फायरिंग

मुजफ्फरनगर। पैसे के लेन-देन को लेकर चमड़ा व्यवसाय के दो पुराने साझेदारों के बीच खालापार में जमकर मारपीट हुई। इस दौरान पिस्टल से फायरिंग भी की गई। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेते हुए पिस्टल कब्जे में ले लिया है। खालापार में हाजी सलीम और हाजी नफीस के घर आमने-सामने हैं। दोनों चमड़े के व्यापारी हैं और काफी दिनों तक उनका काम साझे में चला था। बाद में उनके रिश्तों में खटास आई और उन्होंने अपना कारोबार अलग कर दिया। इसके बावजूद लेन-देन को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था। इसी विवाद को लेकर रविवार की शाम फक्कर शाह चौक पर दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। आरोप है कि पहले तो दोनों के बीच मारपीट हुई और बाद में नफीस के बेटों फराज और शादाब ने पिस्टल से कई फायर किये। फायरिंग की सूचना पर सीओ सिटी सतीश चंद्र मेहता और कोतवाल राजेश चौधरी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस के आते ही फायर करने वाले फराज और शादाब ने वहां से भागने का प्रयास किया, लेकिन दूसरे पक्ष के लोगों ने उन्हें दबोच लिया और जमकर पिटाई की। पुलिस ने किसी तरह भीड़ के चंगुल से दोनों को छुड़ाया और उन्हें हिरासत में लिया। मारपीट में एक पक्ष से सलीम और असद तथा दूसरे पक्ष से फराज और शादाब को चोटें आई हैं। कोतवाल राजेश चौधरी ने बताया कि सभी घायलों का मेडिकल कराया जा रहा है तथा उनके खिलाफ उचित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।

जिला जेल में घंटों बंद रहे दर्जनों बेगुनाह

मुजफ्फरनगर। निष्ठुर मौसम का कोप जिला जेल में दो दर्जन से अधिक बेगुनाह लोगों पर पड़ा, जो अपने परिचित कैदी से मिलने आए थे। पसीने की वजह से उनके हाथ पर लगे मुहर के धुल जाने पर बंदीरक्षकों ने उन्हें शक में अंदर ही रोक लिया तथा शाम पांच बजे जब कैदियों की गिनती हो गई, तब जाकर उन्हें छोड़ा गया। इस दौरान जेल के अंदर जमकर हंगामा हुआ और बाहर खड़े लोगों में भारी बेचैनी रही। रविवार को मिलाई का दिन होने के कारण सैकड़ों लोग अपने-अपने परिचित कैदियों का कुशलक्षेम पूछने के लिए जिला जेल आये थे। लगभग ढाई बजे मिलाई का वक्त खत्म हुआ। जेल के अंदर के फाटक पर मिलाई करने वालों की लाइन लगनी शुरू हुई। वहां ड्यूटी दे रहे जेल कर्मी हाथों पर लगी मुहर देखने के बाद एक-एक कर उन्हें बाहर निकालने लगे। इस दौरान ऐसा वाकया सामने आया, जिससे मिलाई के लिए आने वाले कई लोगों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। भीषण गर्मी और पसीने की वजह से मिलाई करने आए लगभग दो दर्जन लोगों के हाथ से मुहर के निशान धुल गए थे। शक के आधार पर जेल कर्मियों ने ऐसे लोगों को अंदर ही रोक लिया। इससे वहां हड़कंप मच गया। तत्काल यह सूचना अधिकारियों को दी गई। कुछ देर चिंतन के बाद अधिकारियों ने सभी कैदियों को बैरक में भेज दिया और उनकी गिनती की गयी। जब एक-एक कैदी की तस्दीक हो गई, तब बाहर खड़े लोगों को सख्त हिदायत देते हुए जेल से निकलने की अनुमति दी गई। इस कवायद में लगभग काफी समय लगा। इस दौरान उन लोगों ने जमकर हंगामा काटा, जिन्हें अनावश्यक रूप से जेल में रहना पड़ा। गुर्जर आंदोलन में जाम लगाने के आरोप में जेल में बंद कैदियों से मिलने गए रामपुरी निवासी मनोज पुत्र राजेन्द्र सिंह, धनीराम, नकुल, सहदेव, पुष्पेन्द्र आदि ने बताया कि लगभग तीन घंटे तक उन्हें जेल में रहना पड़ा। पांच बजे के करीब जब जेल के अंदर सब कुछ सामान्य हुआ, तब जाकर उन्हें जेल से बाहर आने की अनुमति मिली। इस दौरान जेल परिसर के बाहर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। वे अंदर का नजारा जानने को उत्सुक रहे। घटना के संबंध में जेल अधीक्षक एसपी यादव ने बताया कि करीब 15 लोग ऐसे थे, जिनके हाथ पर लगी मुहर धुल गई थी। एहतियात के तौर पर ऐसे लोगों को जेल के अंदर रोक लिया गया। जिन कैदियों से वे मिलने आये थे, उनकी टैली करायी गयी और फिर सभी कैदियों की गिनती हुई। उसके बाद इन्हें बाहर जाने की अनुमति दे दी गई। जेल अधीक्षक ने बताया कि यह एक आवश्यक प्रक्रिया है और ऐसी स्थिति में इसका पालन करना ही पड़ता है। अन्यथा कोई भी कैदी खुद को मिलने के लिए आने वाला बताकर बाहर जा सकता है।

मदरसे की दीवार को लेकर दो संप्रदायों में तनाव

जानसठ (मुजफ्फरनगर)। कस्बे में पिछले एक पखवाड़े से चल रहे नाला विवाद ने रविवार को गंभीर रुख अख्तियार कर लिया। मदरसा संचालकों द्वारा विवादित स्थल पर पांच फुट ऊंची दीवार खड़ी कर दिए जाने से दलित समाज के लोग गुस्सा गए। दोनों पक्षों के आमने-सामने हो जाने से कस्बे में तनाव के हालात बन गए। सूचना पर आनन-फानन में कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। फिलहाल एसडीएम, नगर पंचायत अध्यक्ष यनेश तंवर और विधायक कादिर राना के हस्तक्षेप के बाद मामला दो दिन के लिए टल गया। टकराव की स्थिति देख मौके पर पीएसी तैनात कर दी गई है। मामला पंद्रह दिन से चल रहा है। कस्बे के मोहल्ला गंज में दलित समाज के लोग बहुतायत में रहते हैं। हाल ही में नगर पंचायत चेयरमैन यनेश तंवर ने बस्ती की गंदगी साफ कराने के लिए गांव भलेड़ी से बस्ती में आने वाली रोड के बराबर में पक्के नाले का निर्माण कराया था। इस नाले के पानी की निकासी के लिए नगर पंचायत ने पुलिया बनाकर इसे मुख्य नाले में गिराने की व्यवस्था करने के लिए काम शुरू कराया था। इस कार्य पर ऐतराज जताते हुए मदरसा तालीम-ए-कुरान के संचालक मौलाना नजीर ने कार्य करे रहे मजदूरों को वहां से भगा दिया। यही नहीं उनके औजार भी जब्त कर लिए। इस मसले को लेकर कस्बे के गणमान्य लोगों ने सुलह के प्रयास भी किए। लगभग पंद्रह दिनों से समझौते के प्रयास चल रहे थे। इसी बीच रविवार को हुए घटनाक्रम ने आग में घी का काम किया। मदरसे के संचालकों ने यहां तालीम लेने वाले छात्रों के सहयोग से रविवार की अलसुबह यहां पर पांच फुट ऊंची दीवार खड़ी करा दी। इससे मोहल्ला गंज के दलित गुस्सा गए। उन्होंने मौके पर पहुंचकर दीवार का विरोध किया। मदरसे के संचालक और दलित समुदाय के लोग टकराव की स्थिति में आमने-सामने आ गए। खबर मिलते ही चेयरमैन यनेश तंवर ने सारे मामले से नवागत एसडीएम घनश्याम को अवगत कराया। झगड़े की आशंका को देखते हुए एसडीएम ने सीओ अनिल कुमार सिसौदिया को मौके पर पहुंचने को कहा। एसडीएम व सीओ के साथ-साथ भोपा, मीरापुर, ककरौली, रामराज थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। कस्बे के सैकड़ों लोग भी मौके पर एकत्र हो गए। एसडीएम घनश्याम ने चेयरमैन यनेश तंवर व मदरसा संचालक मौलाना नजीर से वार्ता की। इस बीच विधायक कादिर राना भी मौके पर आ पहुंचे। उन्होंने सारे मामले की जानकारी ली। उन्होंने चेयरमैन यनेश तंवर, मदरसे के संचालक की ओर से पूर्व चेयरमैन मो. खालिद के साथ-साथ कस्बे के लाला नरेश संगल, सभासद आशुतोष कंसल आदि के साथ बातचीत की। बातचीत के दौरान यह तय किया गया कि फिलहाल इस मामले को विचार के लिए दो दिन तक टाल दिया जाए।

छज्जा गिरने से घुड़चढ़ी देख रहीं तीन लड़कियां घायल

कैराना(मुजफ्फरनगर)। कस्बे में शनिवार की रात छज्जे पर खड़ी होकर घुड़चढ़ी देख रही तीन लड़कियां छज्जा गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गयीं। घायल लड़कियों में से एक को पानीपत भेजा गया है, जबकि दो को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कस्बे के मोहल्ला दरबार खुर्द में शनिवार की रात लगभग 11 बजे विवाह समारोह में घुड़चढ़ी हो रही थी, जिसे 16 वर्षीय उषा पुत्री धर्मपाल, 15 वर्षीय रेशमा पुत्री सलीम पड़ोस के ही महीपाल सिंह की छत पर उसकी 13 वर्षीय पुत्री सविता के साथ खड़ी होकर देख रही थीं। अचानक छत का छज्जा गिर जाने से तीनों लड़कियां मलबे में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गई। लड़कियों को परिजनों व स्थानीय लोगों ने मलबे से निकाला और एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने उषा की हालत गंभीर देखते हुए उसे पानीपत के लिए रेफर कर दिया।

रिजर्व बैंक को नकली नोट भेजा, रिपोर्ट दर्ज

मुजफ्फरनगर। रिजर्व बैंक के अधिकारी ने पंजाब नेशनल बैंक के मुजफ्फरनगर स्थित मुख्य शाखा के प्रबंधक के खिलाफ नई मंडी कोतवाली में नकली नोट जमा कराने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिजर्व बैंक के लखनऊ स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारी एनपी दास ने नई मंडी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसके मुताबिक 24 अप्रैल से लेकर नौ जून, 2007 के बीच मुजफ्फरनगर स्थित पंजाब नेशनल बैंक की मुख्य शाखा की ओर से रिजर्व बैंक में 16 सौ रुपये के नकली नोट जमा कराए गए। इनमें 12 नोट सौ-सौ और आठ नोट पचास रुपये के हैं। रिजर्व बैंक ने इस मामले में शाखा प्रबंधक को नामजद कराया है। मुजफ्फरनगर में करीब चार माह पूर्व कई बैंक शाखाओं के खिलाफ इसी तरह की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।

अपराध नियंत्रण को आईजी ने दिये निर्देश

मुजफ्फरनगर। नियुक्ति के बाद पहली बार मुजफ्फरनगर आए आईजी मेरठ जोन ने अपराध पर नियंत्रण और अपराधियों को जेल में बंद करने के साथ ही गरीब और दलितों को त्वरित राहत दिलाने के निर्देश दिए हैं। रविवार की अपराह्न तीन बजे आईजी मेरठ जोन वीके गुप्ता मुजफ्फरनगर पहुंचे। यहां पुलिस लाइन में उन्होंने जनपद के सभी क्षेत्राधिकारियों और थानाध्यक्षों की बैठक ली। इस बैठक में उन्होंने पिछले एक महीने में हुए अपराध की समीक्षा की। बैठक के दौरान आईजी ने संगीन मामलों का खुलासा नहीं होने पर असंतोष जताया तथा इनके जल्द निस्तारण के निर्देश दिये। इसके साथ ही आईजी ने थानाध्यक्षों व अन्य अधिकारियों को शासन की प्राथमिकता से अवगत कराया तथा बदमाशों के खिलाफ चलाये जा रहे विभिन्न अभियानों की जानकारी देते हुए तयशुदा दिशा निर्देश के तहत काम करने की सलाह दी। बैठक के दौरान कप्तान राजीव सभरवाल, सभी क्षेत्राधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक और अधिकांश थानाध्यक्ष मौजूद थे।

सड़क दुर्घटना में स्कूटर सवार मरा, साथी गंभीर

खतौली(मुजफ्फरनगर)। सड़क दुर्घटना में अवकाश प्राप्त प्रोफेसर के बेटे की मौत हो गई, जबकि उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मोहल्ला मिट्ठूलाल निवासी अवकाश प्राप्त प्रोफेसर सुभाष चंद्र अरोड़ा का पैंतीस वर्षीय पुत्र संजीव अरोड़ा रविवार की देर शाम स्कूटर से घूमने गया था। उसके साथ उसका दोस्त भूपेन्द्र भी था। बताया जाता है कि सराय की ओर से लौटते समय उसका स्कूटर सामने से आ रही ट्रैक्टर ट्राली से टकरा गया। इस हादसे में संजीव अरोड़ा की मौत हो गयी, जबकि उसका दोस्त भूपेन्द्र गंभीर रूप से घायल हो गया। भूपेन्द्र को केएम हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। संजीव अरोड़ा घंटाघर के पास मेडिकल स्टोर चलाता था।

युवती को सरेआम उठाने का प्रयास

शामली(मुजफ्फरनगर)। नगर के नाला रोड पर मारुति कार सवार चार युवकों ने एक युवती को सरेआम उठाने का प्रयास किया। शोर हो जाने पर युवक अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सके। निकटवर्ती गांव निवासी युवती रेखा (काल्पनिक नाम) रविवार को नाला रोड से बाजार में सामान खरीदने के लिए जा रही थी, तभी सफेद रंग की मारुति कार सवार चार युवकों ने उसके सामने कार रोक दी। कार से दो युवक उतरे। उन्होंने युवती को जबरन कार में डालने का प्रयास किया। इस बीच युवती के शोर मचाने पर चारों युवक घबराकर भाग गये। युवती ने बताया कि कार सवार युवक उसे कई दिनों से परेशान कर रहे थे। गौरतलब है कि वर्तमान में नाला पटरी आर्यपुरी के मोहल्लेवासी असामाजिक तत्वों की आवाजाही से खासे परेशान हैं। प्रतिदिन युवतियों के साथ छेड़छाड़ किया जाना रोजाना की बात हो गई है। एक दो दिन छोड़ दे तो प्रत्येक दिन इन मार्गो पर असामाजिक तत्वों में मारपीट होती रहती है। मोहल्लेवासियों ने इन मार्गो पर पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की है।

प्रधानाध्यापक की बीएड की उपाधि फर्जी मिली

मुजफ्फरनगर। जूनियर हाईस्कूल में फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे एक शिक्षक का मामला प्रकाश में आया है। विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात उक्त शिक्षक की बीएड की उपाधि फर्जी होने पर बीएसएने स्कूल प्रबंधक को उक्त शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मामला खतौली क्षेत्र के गांव भायंगी भंगेल के एक जूनियर हाईस्कूल का है। गांव के ही एक व्यक्ति ने इस स्कूल में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात शिक्षक के फर्जी प्रमाण पत्र की शिकायत बीएसए से की गयी थी। बीएसए ने लखनऊ विश्वविद्यालय से जारी बीएड प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए विश्व्विद्यालय प्रशासन से आख्या मांगी। बीएसए मनोज मिश्र ने बताया कि विश्वविद्यालय ने लिखित रूप से अवगत कराया है कि उक्त बीएड की उपाधि उसके द्वारा निर्गत नहीं की गई है। इस प्रकार फर्जी प्रमाण पत्र पाये जाने पर प्रधानाध्यापक के खिलाफ प्रबंधक को कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

डायरिया ने चार वर्षीय बच्ची की जान ली

जलालाबाद (मुजफ्फरनगर)। क्षेत्र में डायरिया का प्रकोप जारी है। दो महिलाओं को लील लेने के बाद इस महामारी ने एक चार साल की बच्ची को अपना शिकार बनाया है। क्षेत्र में अभी भी सैकड़ों मरीज उल्टी-दस्त से पीड़ित हैं। कुछ लोग शामली के अलावा जिला मुख्यालय पर निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की एक टीम क्षेत्र में भेजी गई थी, लेकिन शनिवार को यहां कोई नहीं आया। जलालाबाद कस्बे में पांच दिन में डायरिया ने तीसरी जान ली है। पहले दो महिलाएं मौत का शिकार हो गई थीं तो अब एक चार साल की बच्ची मौत की भेंट चढ़ गई है। मोहल्ला अली हसन निवासी मोहर सिंह कश्यप की बेटी बिंदिया को दो दिनों से उल्टी-दस्त हो रहे थे। कस्बे के चिकित्सकों से उसका उपचार भी कराया, लेकिन उसे राहत नहीं मिल सकी और शनिवार को उसने दम तोड़ दिया। गौरतलब है कि कस्बे में एक सप्ताह से डायरिया धीरे-धीरे अपने पैर पसार रहा है। दो महिलाओं की मौत तो हो ही चुकी है साथ ही दर्जनों मरीज अभी भी इससे पीड़ित हैं। डायरिया का शिकार होने वालों में कस्बे के कई लोग भी शामिल हैं। कस्बे की सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां पर मौजूद जिला पंचायत का अस्पताल कर्मचारियों के अभाव में बंद पड़ा है। स्वास्थ्य विभाग का अस्पताल थानाभवन में हैं और यहां के मरीजों को वहीं पर जाना पड़ता है। इसका फायदा कस्बे के झोलाछाप चिकित्सक उठाते हैं। यहां पर शुक्रवार को थानाभवन के चिकित्साधीक्षक जरूर एक टीम लेकर आए थे, लेकिन शनिवार को कोई राहत कार्य नहीं चलाया गया। इसे लेकर कस्बा वासियों में रोष बना हुआ है।

शनिवार, जून 09, 2007

मुंह में कलम पकड़ लिखी खुद की तकदीर

मोरना(मुजफ्फरनगर)। खुद को कर बुलंद इतना कि तेरी तकदीर से पहले, खुदा बंदे से यह पूछे बता तेरी रजा क्या है? प्रसिद्ध शायर अल्लामा इकबाल की इन पंक्तियों को सच कर दिखाया है विकलांगता का दंश झेल रहे अरुण कुमार ने। विकास खंड मोरना क्षेत्र के छोटे से गांव खाईखेड़ा के इस होनहार सपूत ने दोनों हाथ कटे होने के बावजूद यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में सफलता प्राप्त कर असंभव को भी संभव कर दिखाया है। अरुण के बुलंद इरादे के आगे विकलांगता भी बेबस नजर आयी। कलम को दोनों कटे हुए हाथों के बीच पकड़कर तथा मुंह की सहायता से लिखकर अरुण ने इस बार हाईस्कूल की परीक्षा पास की है। अरुण के हौसले और उसकी प्रतिभा का हर कोई कायल है। ग्राम खाईखेड़ा में एक गरीब निर्धन परिवार में जन्मे 16 वर्षीय अरुण की कहानी हर उस शख्स के लिए प्रेरणा स्रोत है, जो विकलांगता को अभिशाप समझ हिम्मत हार चुका है। अरुण के पिता भोपाल सिंह सैनी मेहनत-मजदूरी और मशीन से किराये पर चारा काटकर अपने परिवार का पेट पालता है। उसके इस काम में उसका बेटा अरुण भी हाथ बंटाता था। जब वह कक्षा सात में था, तभी एक दिन चारा काटते समय उसके दोनों हाथ मशीन में आ गए। उस हादसे ने अरुण को हमेशा के लिए विकलांग बना दिया। अरुण का एक हाथ कोहनी तथा दूसरा हाथ कलाई तक काटकर चिकित्सकों ने उसे जिंदगी तो दे दी, लेकिन इस हादसे के बाद वह दूसरे का मोहताज हो गया? उधर, इस दुर्घटना के बाद मजदूर भोपाल सिंह पर मुसीबतों का पहाड़ टूट गया। अपने लाडले के इलाज पर उसने रुपये उधार लेकर लगाए। गरीबी के कारण उसे गाय और भैंस भी बेचनी पड़ी। बेटे की पढ़ाई व भविष्य को लेकर चिंतित भोपाल सिंह निराश हो गया। परिवार के लिए उसने घर के किनारे ही परचून की छोटी सी दुकान खोलकर उस पर अरुण को बैठा दिया। गांव वाले सामन लेने अरुण की दुकान पर आते और उसकी विकलांगता पर अफसोस जताते हुए पैसे उसके पास रखकर चले जाते। अरुण को यह बेबसी नागवार गुजरी। उसने दृढ़ निश्चय के साथ फिर से पढ़ाई शुरू करने की ठान ली, लेकिन विकलांगता इस काम में सबसे बड़ा रोड़ा साबित हो रही थी। इसलिए उसने दुकान पर ही बैठकर दोनों हाथों के बीच पेन पकड़कर मुंह की सहायता से लिखने का अभ्यास शुरू कर दिया। उसकी मेहनत रंग लायी और एक साल में ही उसे लिखने का अभ्यास हो गया। इसके लिए उसे कई बार उपहास का पात्र होना पड़ा, इसके बावजूद उसने हिम्मत नहीं हारी। एक दिन वह ककरौली के अपने पुराने स्कूल जनता इंटर कालेज में एडमीशन लेने पहुंच गया। उसके दोनों हाथ कटे देख शिक्षक भी एडमीशन देने से हिचक गए, लेकिन लिखने का अभ्यास देख उसकी हिम्मत के आगे कालेज स्टाफ को नतमस्तक होना पड़ा। कालेज के प्रवक्ता हरपाल पंवार तथा प्रेमचंद आदि ने उसके शैक्षिक खर्च का बीड़ा उठाया तथा प्रधानाचार्य सतेंद्र सैनी ने हर संभव सहायता देने की घोषणा की। इसके बाद अरुण ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह रोज स्कूल जाने लगा। लिखाई-पढ़ाई उसकी दिनचर्या बन गयी। इसका नतीजा यह हुआ कि हाईस्कूल की परीक्षा उसने संस्थागत छात्र के रूप में दी। हालांकि नियमानुसार बोर्ड द्वारा लिखने में असमर्थ छात्र को बगल में किसी निचली कक्षा के छात्र को बैठाकर उत्तर लिखवा सकता है, लेकिन अरुण ने अपने आत्मविश्वास व लिखने की कला पर विश्वास करते हुए किसी की सहायता लेना नागवार समझा। इसी का नतीजा रहा कि अरुण ने हाईस्कूल की परीक्षा पास कर इतिहास रच डाला। अरुण आगे की पढ़ाई जारी रख स्नातक करना चाहता है।

विरोध के बावजूद युवती ने प्रेमी संग रचाई शादी

मुजफ्फरनगर। भाई के साथ बाजार जाने के बहाने घर से निकली युवती ने अपने प्रेमी के घर पहुंचकर उससे शादी रचा ली। फेरे सम्पन्न होते ही प्रेमी युगल को युवती के पिता का डर सताने लगा। दोनों ने एसएसपी से मुलाकात कर जान की रक्षा की गुहार लगाई है। एसएसपी ने नगर कोतवाली पुलिस को दोनों को सुरक्षा देने के निर्देश दिए हैं। मोहल्ला प्रेमपुरी निवासी नेहा गोयल पुत्री मधूसुदन गोयल ने वकालत की डिग्री ले रखी है और फिलहाल एमबीए की तैयारी कर रही है। इस सिलसिले में वह मोहल्ला पंचमुखी निवासी शलभ शर्मा पुत्र श्याम सुंदर शर्मा के पास ट्यूशन पढ़ने जाया करती थी। शलभ ने भी वकालत की पढ़ाई कर रखी है और अपना कोचिंग इंस्टीट्यूट चलाता है। ट्यूशन पढ़ने के दौरान ही दोनों में प्यार का अंकुर फूटा और उन्होंने आपस में शादी की योजना बना डाली। शलभ के अधिवक्ता पिता ने इस शादी के लिए हामी भर दी। नेहा के पिता मधूसुदन गोयल का केमिकल का कारोबार है और व्यापारियों के बीच उनकी अच्छी हैसियत भी है। अपनी ऊंची आर्थिक हैसियत के मद्देनजर मधूसुदन और उनकी पत्नी कमलेश ने इस शादी के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। परिजनों की नाराजगी से बेपरवाह नेहा शुक्रवार की सुबह छोटे भाई को कपड़े खरीदवाने के बहाने घर से निकली। रास्ते में भाई को अपने मामा के घर छोड़ती हुई वह शलभ के घर पहुंच गयी। पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार वहां दोनों ने हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार शादी कर ली। फेरे सम्पन्न होते ही कुछ खास लोगों की सलाह पर दोनों ने दूल्हा और दुल्हन का लिबास उतार दिया और एसएसपी के पास फरियाद लेकर पहुंच गये। नेहा ने एसएसपी को एक प्रार्थनापत्र दिया, जिसमें उसने मां-बाप से अपनी और पति की जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगायी। दोनों ने अपने बालिग होने का प्रमाणपत्र भी कप्तान को पेश किया। एसएसपी ने नगर कोतवाल राजेश चौधरी को दफ्तर में बुलाया और प्रेमी युगल को सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए। कोतवाल प्रेमी युगल को अपने साथ नगर कोतवाली ले आए। इसके बाद युवती की मां कमलेश और पिता मधूसुदन गोयल को भी फोन कर बुला लिया। कोतवाली पहुंचकर दोनों ने बेटी को समझा-बुझाकर घर ले जाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। कोशिश बेकार होने पर उन्होंने बेटी को काफी भला-बुरा कहा और उससे सारे रिश्ते-नाते तोड़ लेने की सौगंध खाते हुए वहां से चले गए। नगर कोतवाली पुलिस ने बाद में दोनों को अपनी सुरक्षा में शलभ के घर पहुंचा दिया। घर जाने से पहले नेहा और शलभ दोनों ने मरते दम तक एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ने का वायदा भी किया।

छापे में शराब की 82 पेटियों समेत एक गिरफ्तार

शामली(मुजफ्फरनगर)। कोतवाली पुलिस ने छापा मारकर नगर के दिल्ली रोड से अवैध देसी शराब की 82 पेटियों सहित एक युवक को गिरफ्तार किया है। पकड़ी गई शराब कीमत डेढ़ लाख बतायी जा रही है। गुरुवार की देर रात कोतवाली पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि दिल्ली रोड पर देसी शराब बनाने तथा बेचने का धंधा हो रहा है। इस सूचना पर छापा मारते हुए पुलिस ने दिल्ली रोड से नीरज पुत्र रमेश निवासी मोहल्ला पत्थरोवाली हवेली को गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से अवैध देसी शराब की 82 पेटियां बरामद हुई। पकड़ी गई शराब की कीमत डेढ़ लाख रुपये बतायी जाती है।

प्रेम संबंधों में बाधक युवती के भाई को गोली से उड़ाया

मीरापुर(मुजफ्फरनगर)। मीरापुर थाना क्षेत्र के गांव खेड़ी सराय में प्रेम संबंधों में बाधक युवती के भाई को प्रेमी और उसके साथियों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। हत्यारे को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। प्रेमी-प्रेमिका दोनों अलग-अलग संप्रदाय के हैं। गांव खेड़ी सराय निवासी राजू पुत्र राजकुमार दलित (22) गांव में ही सिलाई का काम करता था। बुधवार की शाम वह बकाया पैसा लाने गांव भूम्मा निवासी वेदपाल के घर जाने की बात कहकर गया था। गुरुवार की शाम तक जब वह वापस नहीं आया तो परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने उसकी तलाश शुरू की। गांव भुम्मा में पता किया गया तो वहां कोई सुराग नहीं लगा। देर रात राजकुमार को गांव के ही जाकिर पुत्र शहरू ने सूचना दी कि राजू की लाश गांव भुम्मा के जंगल में पड़ी हुई है। सूचना पर परिजन वहां पहुंचे तो वहां राजू की लाश पड़ी हुई थी। उसकी गोली मारकर हत्या की गई थी। इस बीच थाना मीरापुर पुलिस के साथ सीओ जानसठ अनिल सिंह भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने सबसे पहले लाश की सूचना देने वाले जाकिर से पूछताछ शुरू की। पहले तो उसने भूम्मा के वेदपाल आदि को फंसाने का प्रयास किया, लेकिन सख्ती होने पर उसने राजू की हत्या करना स्वीकार कर लिया। जाकिर ने पुलिस को बताया कि राजू की बहन के साथ उसके संबंध थे। इस संबंध में बाधा बनने पर उसने राजू की गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। सीओ के सामने मृतक की मां अतरकली ने जाकिर, उसके दोस्त अमित और दो अज्ञात युवक के खिलाफ मीरापुर पुलिस को हत्या की तहरीर दी। समाचार लिखे जाने तक मामले की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। जाकिर हिरासत में है तथा शेष आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है। इस घटना से गांव में तनाव बना हुआ है। वहां एहतियात के तौर पर पुलिस को तैनात कर दिया गया है।

नहर में छलांग लगा महिला ने दी जान

जानसठ(मुजफ्फरनगर)। सिखेड़ा थाना क्षेत्र के चित्तौड़ा गांव के पास नहर में छलांग लगाकर एक महिला ने अपनी जान दे दी। मौके पर मौजूद लोगों को जब तक माजरा समझ में आया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बाद में बचाव का प्रयास शुरू हुआ शुक्रवार की सुबह साढ़े दस बजे के करीब एक महिला गांव चित्तौड़ा के पास गंग नहर की पटरी पर पहुंची। वहां पटरी के दोनों ओर दर्जनों किसान अपने खेतों में काम कर रहे थे। महिला ने चारों ओर नजर घुमाई और नहर में छलांग लगा दी। पानी में आवाज होने पर आसपास काम करे रहे किसान मौके की ओर दौडे़। इस बीच वह पानी में समा चुकी थी। कुछ किसानों ने हिम्मत दिखाते हुए महिला को बचाने के लिए पानी में डुबकी भी लगाई, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। कुछ देर बाद थाना सिखेड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से महिला की तलाश शुरू हुई। लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित चित्तौड़ा झाल पर महिला अटकी मिली। उसे नहर से बाहर निकाला गया तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है। पुलिस ने उसकी शिनाख्त का काफी प्रयास किया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

दंपति के बैग से 23 हजार रुपये और जेवरात उड़ाए

शामली(मुजफ्फरनगर)। दिल्ली-सहारनपुर रोडवेज बस में सवार दंपति के बैग से हजारों रुपये की नकदी और सोने-चांदी के जेवर चुराते चार जेबकतरों को बस यात्रियों ने रंगे हाथों पकड़ लिया तथा जमकर धुनाई करने के बाद उन्हें पुलिस को सौंप दिया। इस बीच दो जेबकतरे बस से कूदकर भाग निकले। शुक्रवार को एक रोडवेज बस दिल्ली से शामली होते हुए सहारनपुर जा रही थी। जब यह बस कस्बा कांधला से निकली तो बस में सवार आधा दर्जन जेबकतरों ने पुणे से आ रहे एयरफोर्स के जवान योगेन्द्र निवासी सिसौली और उसकी पत्‍‌नी रेखा का बैग काटकर उसमें से 23 हजार रुपये, एक सोने की चेन, अंगूठी और कंगन चुरा लिए। शक होने पर योगेन्द्र और अन्य यात्रियों ने चार जेबकतरों को बस में ही दबोच लिया, जबकि दो जेबकतरे नकदी और सोने-चांदी के जेवर लेकर बस से कूदकर फरार हो गए। यात्रियों ने पकडे़ गए जेबकतरों को धुनाई करने के बाद कोतवाली पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने पकड़े गए जेबकतरों के नाम कर्मवीर, धर्मवीर, राकेश और राजेश निवासीगण सोनीपत बताए हैं। पुलिस दो अन्य जेबकतरों की तलाश कर रही है। नगर के बस स्टैंडों पर आए दिन जेब काटने की घटनाएं हो रही हैं। इससे नागरिकों में रोष है।

एक रात में छह दुकानों के ताले तोड़कर चोरी

मीरापुर(मुजफ्फरनगर)। थाना क्षेत्र में गुरुवार की रात कई मोहल्लों की छह दुकानों के ताले तोड़कर चोर हजारों रुपये के सामान पर हाथ साफ कर गए। व्यापारियों में पुलिस के प्रति रोष व्याप्त है। थाना मीरापुर क्षेत्र के मोहल्ला तहबलपुरा में गुरुवार की रात चोर विनय शर्मा के मेडिकल स्टोर का ताला तोड़कर च्यवनप्राश के डिब्बे समेत अन्य सामान ले गए। मोहल्ला पुरानी घास मंडी स्थित गंगाशरण की दुकान के ताले तोड़कर 1500 रुपये की नकदी व सामान ले गए। मोहल्ला कमलायान स्थित कन्हैया की दुकान से 500 रुपये व लोहे का गल्ले चोरी कर लिया। इसके अलावा चोरों ने पड़ाव चौक स्थित विनीत मेडिकल, महेन्द्र की परचून की दुकान व डॉ. हरबीर की दुकान का ताला तोड़कर सामान चोरी कर लिया। इन सभी चोरियों का पता मालिकों को शुक्रवार की सुबह चला। एक ही रात में छह दुकानों में चोरी से व्यापारियों में रोष बना है। व्यापारियों ने थाने में तहरीर देकर चोरों को पकड़ने की मांग की है। संक्षेप जेल भेजा मीरापुर : थाना पुलिस ने कैलापुर निवासी बिजेन्द्र पुत्र लक्ष्मण व सिकरेड़ा निवासी करण पुत्र रघुबीर को 150 लीटर कच्ची शराब के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

एक और बालक को पोलियो की आशंका

जानसठ(मुजफ्फरनगर)। क्षेत्र में पोलियो के दो एएफपी केस प्रकाश में आए हैं। दोनों ही बच्चों के स्टूल सैंपल को परीक्षण के लिए मुंबई लैब भेजा गया है। इन ताजा मामलों के बाद अब जिले में एएफपी केस का आंकड़ा 76 तक पहुंच गया है। डब्लूएचओ के मुताबिक इनमें से 52 की रिपोर्ट आ चुकी है और चरथावल में मौत का शिकार हुए बालक में ही पोलियो की पुष्टि हुई है। बाकी मामलों की रिपोर्ट आनी शेष है। जानसठ क्षेत्र में कुछ दिन पहले हासिमपुर गांव के बालक सलीम के बाद शुक्रवार को नया गांव के मनोज के डेढ़ वर्षीय पुत्र वंश में भी पोलियो के लक्षण मिले हैं। वंश के परिजनों का कहना है कि वह लगातार पोलियो वैक्सीन ले रहा है। कुछ दिन से उसके हाथ-पैरों ने काम करना बंद कर दिया। इससे उन्हें संदेह हुआ और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को सूचना दी। चिकित्सकों ने उसके मल का सैंपल ले लिया है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. वीके जौहरी ने बताया कि स्टूल सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

दो लाख की लूट का आरोपी मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार

शामली(मुजफ्फरनगर)। कोतवाली पुलिस ने बड़ौत में व्यापारी से लाखों रुपये की लूट के आरोपी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से तमंचा, कारतूस व नगदी बरामद हुई है। कोतवाली पुलिस ने बुधवार रात पूर्वी यमुना नहर किनारे गश्त के दौरान एक संदिग्ध युवक को रुकने का इशारा किया, जिस पर युवक ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। जवाब में एचसीपी सुरेन्द्र सिंह व उसकी टीम ने भी फायरिंग की और युवक को पकड़ लिया। उसके कब्जे से 315 बोर का तमंचा, भारी मात्रा में कारतूस व 5000 रुपये बरामद हुए। युवक ने अपना नाम जितेन्द्र पुत्र भवर सिंह निवासी बेहटा हाजीपुर थाना लोनी जनपद-गाजियाबाद बताया। जितेन्द्र ने बताया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर 22 दिन पूर्व बड़ौत के एक व्यापारी से दो लाख रुपये व मोबाइल लूटे थे। इस लूट में उसके हिस्से 10 हजार रुपये आए थे। पकड़ा गया बदमाश बड़ौत थाने का हिस्ट्रीशीटर बताया जाता है। सीओ शामली विनीत भटनागर ने बताया कि क्षेत्र में अपराधियों को पकड़ने के लिए चलाए गए अभियान के तहत 15 दिनों में कई बदमाशों को पकड़कर जेल भेजा जा चुका है।

तितावी में फायरिंग से बाप-बेटा घायल

बघरा(मुजफ्फरनगर)। तितावी में डोल को लेकर जमकर लाठी-डंडे चले और फायरिंग हुई। इसमें करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तितावी में सतपाल व रवीन्द्र के खेत आसपास हैं और डोल को लेकर उनमें विवाद है। गुरुवार को सतपाल अपने खेत के किनारे खम्भा गाड़ रहा था। रवीन्द्र और उसके परिजनों ने वहां की जमीन अपनी बताते हुए काम रुकवा दिया। इसी को लेकर नौबत मारपीट तक आ पहुंची और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस दौरान तमंचे से फायर भी किए गए, जिसमें सतपाल व उसके बेटे पिंकू को गोली लग गई। लाठी-डंडों से भी कई लोग जख्मी हुए। बीच-बचाव करने पहुंचे विजेन्द्र आर्य का भी सिर फूट गया। तितावी पुलिस ने सतपाल और पिंकू को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बाकी की स्थानीय स्तर पर ही मरहम-पट्टी कराई गई। सीओ सिटी सतीश चंद्र मेहता और नगर कोतवाल राजेश चौधरी ने भी अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। घटना के संबंध में अभी पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी गई है।