सोमवार, जून 11, 2007

खालापार में मारपीट, फायरिंग

मुजफ्फरनगर। पैसे के लेन-देन को लेकर चमड़ा व्यवसाय के दो पुराने साझेदारों के बीच खालापार में जमकर मारपीट हुई। इस दौरान पिस्टल से फायरिंग भी की गई। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेते हुए पिस्टल कब्जे में ले लिया है। खालापार में हाजी सलीम और हाजी नफीस के घर आमने-सामने हैं। दोनों चमड़े के व्यापारी हैं और काफी दिनों तक उनका काम साझे में चला था। बाद में उनके रिश्तों में खटास आई और उन्होंने अपना कारोबार अलग कर दिया। इसके बावजूद लेन-देन को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था। इसी विवाद को लेकर रविवार की शाम फक्कर शाह चौक पर दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। आरोप है कि पहले तो दोनों के बीच मारपीट हुई और बाद में नफीस के बेटों फराज और शादाब ने पिस्टल से कई फायर किये। फायरिंग की सूचना पर सीओ सिटी सतीश चंद्र मेहता और कोतवाल राजेश चौधरी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस के आते ही फायर करने वाले फराज और शादाब ने वहां से भागने का प्रयास किया, लेकिन दूसरे पक्ष के लोगों ने उन्हें दबोच लिया और जमकर पिटाई की। पुलिस ने किसी तरह भीड़ के चंगुल से दोनों को छुड़ाया और उन्हें हिरासत में लिया। मारपीट में एक पक्ष से सलीम और असद तथा दूसरे पक्ष से फराज और शादाब को चोटें आई हैं। कोतवाल राजेश चौधरी ने बताया कि सभी घायलों का मेडिकल कराया जा रहा है तथा उनके खिलाफ उचित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।

जिला जेल में घंटों बंद रहे दर्जनों बेगुनाह

मुजफ्फरनगर। निष्ठुर मौसम का कोप जिला जेल में दो दर्जन से अधिक बेगुनाह लोगों पर पड़ा, जो अपने परिचित कैदी से मिलने आए थे। पसीने की वजह से उनके हाथ पर लगे मुहर के धुल जाने पर बंदीरक्षकों ने उन्हें शक में अंदर ही रोक लिया तथा शाम पांच बजे जब कैदियों की गिनती हो गई, तब जाकर उन्हें छोड़ा गया। इस दौरान जेल के अंदर जमकर हंगामा हुआ और बाहर खड़े लोगों में भारी बेचैनी रही। रविवार को मिलाई का दिन होने के कारण सैकड़ों लोग अपने-अपने परिचित कैदियों का कुशलक्षेम पूछने के लिए जिला जेल आये थे। लगभग ढाई बजे मिलाई का वक्त खत्म हुआ। जेल के अंदर के फाटक पर मिलाई करने वालों की लाइन लगनी शुरू हुई। वहां ड्यूटी दे रहे जेल कर्मी हाथों पर लगी मुहर देखने के बाद एक-एक कर उन्हें बाहर निकालने लगे। इस दौरान ऐसा वाकया सामने आया, जिससे मिलाई के लिए आने वाले कई लोगों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। भीषण गर्मी और पसीने की वजह से मिलाई करने आए लगभग दो दर्जन लोगों के हाथ से मुहर के निशान धुल गए थे। शक के आधार पर जेल कर्मियों ने ऐसे लोगों को अंदर ही रोक लिया। इससे वहां हड़कंप मच गया। तत्काल यह सूचना अधिकारियों को दी गई। कुछ देर चिंतन के बाद अधिकारियों ने सभी कैदियों को बैरक में भेज दिया और उनकी गिनती की गयी। जब एक-एक कैदी की तस्दीक हो गई, तब बाहर खड़े लोगों को सख्त हिदायत देते हुए जेल से निकलने की अनुमति दी गई। इस कवायद में लगभग काफी समय लगा। इस दौरान उन लोगों ने जमकर हंगामा काटा, जिन्हें अनावश्यक रूप से जेल में रहना पड़ा। गुर्जर आंदोलन में जाम लगाने के आरोप में जेल में बंद कैदियों से मिलने गए रामपुरी निवासी मनोज पुत्र राजेन्द्र सिंह, धनीराम, नकुल, सहदेव, पुष्पेन्द्र आदि ने बताया कि लगभग तीन घंटे तक उन्हें जेल में रहना पड़ा। पांच बजे के करीब जब जेल के अंदर सब कुछ सामान्य हुआ, तब जाकर उन्हें जेल से बाहर आने की अनुमति मिली। इस दौरान जेल परिसर के बाहर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। वे अंदर का नजारा जानने को उत्सुक रहे। घटना के संबंध में जेल अधीक्षक एसपी यादव ने बताया कि करीब 15 लोग ऐसे थे, जिनके हाथ पर लगी मुहर धुल गई थी। एहतियात के तौर पर ऐसे लोगों को जेल के अंदर रोक लिया गया। जिन कैदियों से वे मिलने आये थे, उनकी टैली करायी गयी और फिर सभी कैदियों की गिनती हुई। उसके बाद इन्हें बाहर जाने की अनुमति दे दी गई। जेल अधीक्षक ने बताया कि यह एक आवश्यक प्रक्रिया है और ऐसी स्थिति में इसका पालन करना ही पड़ता है। अन्यथा कोई भी कैदी खुद को मिलने के लिए आने वाला बताकर बाहर जा सकता है।

मदरसे की दीवार को लेकर दो संप्रदायों में तनाव

जानसठ (मुजफ्फरनगर)। कस्बे में पिछले एक पखवाड़े से चल रहे नाला विवाद ने रविवार को गंभीर रुख अख्तियार कर लिया। मदरसा संचालकों द्वारा विवादित स्थल पर पांच फुट ऊंची दीवार खड़ी कर दिए जाने से दलित समाज के लोग गुस्सा गए। दोनों पक्षों के आमने-सामने हो जाने से कस्बे में तनाव के हालात बन गए। सूचना पर आनन-फानन में कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। फिलहाल एसडीएम, नगर पंचायत अध्यक्ष यनेश तंवर और विधायक कादिर राना के हस्तक्षेप के बाद मामला दो दिन के लिए टल गया। टकराव की स्थिति देख मौके पर पीएसी तैनात कर दी गई है। मामला पंद्रह दिन से चल रहा है। कस्बे के मोहल्ला गंज में दलित समाज के लोग बहुतायत में रहते हैं। हाल ही में नगर पंचायत चेयरमैन यनेश तंवर ने बस्ती की गंदगी साफ कराने के लिए गांव भलेड़ी से बस्ती में आने वाली रोड के बराबर में पक्के नाले का निर्माण कराया था। इस नाले के पानी की निकासी के लिए नगर पंचायत ने पुलिया बनाकर इसे मुख्य नाले में गिराने की व्यवस्था करने के लिए काम शुरू कराया था। इस कार्य पर ऐतराज जताते हुए मदरसा तालीम-ए-कुरान के संचालक मौलाना नजीर ने कार्य करे रहे मजदूरों को वहां से भगा दिया। यही नहीं उनके औजार भी जब्त कर लिए। इस मसले को लेकर कस्बे के गणमान्य लोगों ने सुलह के प्रयास भी किए। लगभग पंद्रह दिनों से समझौते के प्रयास चल रहे थे। इसी बीच रविवार को हुए घटनाक्रम ने आग में घी का काम किया। मदरसे के संचालकों ने यहां तालीम लेने वाले छात्रों के सहयोग से रविवार की अलसुबह यहां पर पांच फुट ऊंची दीवार खड़ी करा दी। इससे मोहल्ला गंज के दलित गुस्सा गए। उन्होंने मौके पर पहुंचकर दीवार का विरोध किया। मदरसे के संचालक और दलित समुदाय के लोग टकराव की स्थिति में आमने-सामने आ गए। खबर मिलते ही चेयरमैन यनेश तंवर ने सारे मामले से नवागत एसडीएम घनश्याम को अवगत कराया। झगड़े की आशंका को देखते हुए एसडीएम ने सीओ अनिल कुमार सिसौदिया को मौके पर पहुंचने को कहा। एसडीएम व सीओ के साथ-साथ भोपा, मीरापुर, ककरौली, रामराज थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। कस्बे के सैकड़ों लोग भी मौके पर एकत्र हो गए। एसडीएम घनश्याम ने चेयरमैन यनेश तंवर व मदरसा संचालक मौलाना नजीर से वार्ता की। इस बीच विधायक कादिर राना भी मौके पर आ पहुंचे। उन्होंने सारे मामले की जानकारी ली। उन्होंने चेयरमैन यनेश तंवर, मदरसे के संचालक की ओर से पूर्व चेयरमैन मो. खालिद के साथ-साथ कस्बे के लाला नरेश संगल, सभासद आशुतोष कंसल आदि के साथ बातचीत की। बातचीत के दौरान यह तय किया गया कि फिलहाल इस मामले को विचार के लिए दो दिन तक टाल दिया जाए।

छज्जा गिरने से घुड़चढ़ी देख रहीं तीन लड़कियां घायल

कैराना(मुजफ्फरनगर)। कस्बे में शनिवार की रात छज्जे पर खड़ी होकर घुड़चढ़ी देख रही तीन लड़कियां छज्जा गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गयीं। घायल लड़कियों में से एक को पानीपत भेजा गया है, जबकि दो को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कस्बे के मोहल्ला दरबार खुर्द में शनिवार की रात लगभग 11 बजे विवाह समारोह में घुड़चढ़ी हो रही थी, जिसे 16 वर्षीय उषा पुत्री धर्मपाल, 15 वर्षीय रेशमा पुत्री सलीम पड़ोस के ही महीपाल सिंह की छत पर उसकी 13 वर्षीय पुत्री सविता के साथ खड़ी होकर देख रही थीं। अचानक छत का छज्जा गिर जाने से तीनों लड़कियां मलबे में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गई। लड़कियों को परिजनों व स्थानीय लोगों ने मलबे से निकाला और एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने उषा की हालत गंभीर देखते हुए उसे पानीपत के लिए रेफर कर दिया।

रिजर्व बैंक को नकली नोट भेजा, रिपोर्ट दर्ज

मुजफ्फरनगर। रिजर्व बैंक के अधिकारी ने पंजाब नेशनल बैंक के मुजफ्फरनगर स्थित मुख्य शाखा के प्रबंधक के खिलाफ नई मंडी कोतवाली में नकली नोट जमा कराने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिजर्व बैंक के लखनऊ स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारी एनपी दास ने नई मंडी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसके मुताबिक 24 अप्रैल से लेकर नौ जून, 2007 के बीच मुजफ्फरनगर स्थित पंजाब नेशनल बैंक की मुख्य शाखा की ओर से रिजर्व बैंक में 16 सौ रुपये के नकली नोट जमा कराए गए। इनमें 12 नोट सौ-सौ और आठ नोट पचास रुपये के हैं। रिजर्व बैंक ने इस मामले में शाखा प्रबंधक को नामजद कराया है। मुजफ्फरनगर में करीब चार माह पूर्व कई बैंक शाखाओं के खिलाफ इसी तरह की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।

अपराध नियंत्रण को आईजी ने दिये निर्देश

मुजफ्फरनगर। नियुक्ति के बाद पहली बार मुजफ्फरनगर आए आईजी मेरठ जोन ने अपराध पर नियंत्रण और अपराधियों को जेल में बंद करने के साथ ही गरीब और दलितों को त्वरित राहत दिलाने के निर्देश दिए हैं। रविवार की अपराह्न तीन बजे आईजी मेरठ जोन वीके गुप्ता मुजफ्फरनगर पहुंचे। यहां पुलिस लाइन में उन्होंने जनपद के सभी क्षेत्राधिकारियों और थानाध्यक्षों की बैठक ली। इस बैठक में उन्होंने पिछले एक महीने में हुए अपराध की समीक्षा की। बैठक के दौरान आईजी ने संगीन मामलों का खुलासा नहीं होने पर असंतोष जताया तथा इनके जल्द निस्तारण के निर्देश दिये। इसके साथ ही आईजी ने थानाध्यक्षों व अन्य अधिकारियों को शासन की प्राथमिकता से अवगत कराया तथा बदमाशों के खिलाफ चलाये जा रहे विभिन्न अभियानों की जानकारी देते हुए तयशुदा दिशा निर्देश के तहत काम करने की सलाह दी। बैठक के दौरान कप्तान राजीव सभरवाल, सभी क्षेत्राधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक और अधिकांश थानाध्यक्ष मौजूद थे।

सड़क दुर्घटना में स्कूटर सवार मरा, साथी गंभीर

खतौली(मुजफ्फरनगर)। सड़क दुर्घटना में अवकाश प्राप्त प्रोफेसर के बेटे की मौत हो गई, जबकि उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मोहल्ला मिट्ठूलाल निवासी अवकाश प्राप्त प्रोफेसर सुभाष चंद्र अरोड़ा का पैंतीस वर्षीय पुत्र संजीव अरोड़ा रविवार की देर शाम स्कूटर से घूमने गया था। उसके साथ उसका दोस्त भूपेन्द्र भी था। बताया जाता है कि सराय की ओर से लौटते समय उसका स्कूटर सामने से आ रही ट्रैक्टर ट्राली से टकरा गया। इस हादसे में संजीव अरोड़ा की मौत हो गयी, जबकि उसका दोस्त भूपेन्द्र गंभीर रूप से घायल हो गया। भूपेन्द्र को केएम हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। संजीव अरोड़ा घंटाघर के पास मेडिकल स्टोर चलाता था।